भगवान के डाकिए PDF NCERT Solution for class 8 Hindi chapter 6

Premium भगवान के डाकिए PDF NCERT Solution for class 8 Hindi chapter 6
Share this

NCERT Solution class 8 chapter 6 भगवान के डाकिए 

काव्यांश

पक्षी और बादल
ये भगवान के डाकिये हैं,
जो एक महादेश से
दूसरे महादेश को जाते हैं
हम तो समझ नहीं पाते हैं
मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ
पेड़, पौधे, पानी और पहाड़
बांचते हैं।

भावार्थ

उपरोक्त पंक्तियों में कवि पक्षी और बादलों को भगवान का दूत (डाकिया /संदेशवाहक) कहते है । ये दोनों ही दुनिया की किसी भी सरहद (सीमा रेखा) को नहीं मानते हैं और स्वतंत्रतापूर्वक एक देश की सीमा को लांध कर दूसरे देश में चले जाते हैं। 

कवि आगे कहते हैं कि इन दोनों (पक्षी और बादल) के द्वारा लाये गये संदेशों को पढ़ना या समझाना हम इंसानों के वश की बात नहीं है। यानि ये जो चिट्टियां लेकर आते हैं। उनमें क्या लिखा होता है। हम उसको ना पढ़ पाते हैं और ना ही समझ पाते हैं। 

लेकिन जिन पत्रों को हम नहीं समझ पाते हैं । उन्हें ये पेड़-पौधे , पानी और पहाड़ आराम से समझ जाते हैं। इसीलिए बादलों को देखकर पेड़-पौधे व पक्षी खुशी से झूमने लगते हैं। 

काव्यांश

हम तो केवल यह आंकते हैं
कि एक देश की धरती
दूसरे देश को सुगंध भेजती है।
और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
पक्षियों की पांखों पर तिरता है
और एक देश का भाप
दूसरे देश में पानी
बनकर गिरता है।

भावार्थ

उपरोक्त पंक्तियों में कवि कहते हैं कि हमने इस पूरी दुनिया को अलग-अलग देशों की सीमाओं में बांट रखा है। इसीलिए हम यह समझते हैं कि एक देश की धरती दूसरे देश को मीठी सुगंध भेज रही है और वह खुशबू (सुगंध) हवा में तैरते हुए चिड़ियों के पंखों पर सवार होकर एक देश से दूसरे देश जा रही है । यानि माटी या फूलों की खुशबू उड़ते समय देश की सरहदों को नहीं देखती हैं।

कवि आगे कहते हैं कि एक देश की नदी , तालाब या समुद्र के पानी से उठी भाप , काले धने बादल बनकर दूसरे देश में पहुंचती हैं और फिर वहाँ झूमकर बरसती हैं।

इन पंक्तियों में कवि ने बहुत स्पष्ट संदेश दिया है कि जब बादल बरसते वक्त और खुशबू फ़ैलते वक्त किसी देश की सरहद को नहीं देखती हैं। दोनों एक समान और निस्वार्थ भाव से अपना कार्य करते हैं। तो हम इंसानों ने आपस में ये भेदभाव क्यों पैदा कर लिये हैं। हमें भी आपस में बिना किसी भेदभाव व वैमनस्य के प्रेम के साथ रहना चाहिए। 

 


 

CLASS 8 HINDI NCERT SOLUTIONS 

bhagwan ke dakiye chapter 6 questions answers

कविता से  प्रश्न (पृष्ठ संख्या 32)

प्रश्न 1 कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए क्यों बताया है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए इसलिए कहा है क्योंकि वे देशकाल की सीमा से परे होते हैं और एक-दूसरे में भेदभाव नहीं करते जिन्हें देखकर ऐसा लगता कि वे भगवान के संदेशवाहक हों। ठीक उसी प्रकार हमें भी उनसे शिक्षा लेकर आपस में मिलजुलकर रहना चाहिए।

प्रश्न 2 पक्षी और बादल द्वारा लाई गई चिट्ठियों को कौन-कौन पढ़ पाते हैं? सोचकर लिखिए।

उत्तर- पक्षी और बादल द्वारा लाई गई चिट्ठियों का पौधे, पानी और पहाड़ आदि समझ पातें हैं और अपनी अभिव्यक्ति से सबका मन मोह लेते हैं।

प्रश्न 3 किन पंक्तियों का भाव है-

a.   पक्षी और बादल प्रेम, सद्भाव और एकता का संदेश एक देश से दूसरे देश को भेजते हैं।

b.   प्रकृति देश-देश में भेदभाव नहीं करती। एक देश से उठा बादल दूसरे देश में बरस जाता है।

उत्तर-

a.   जो एक महादेश से दूसरे महादेश को जाते हैं। हम तो समझ नहीं पाते हैं मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ पेड़, पौधे, पानी और पहाड़ बाँचते हैं।

b.   एक देश का भाप दूसरे देश में पानी बनकर गिरता है।

प्रश्न 4 पक्षी और बादल की चिट्ठियों में पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ क्या पढ़ पाते हैं?

उत्तर- पक्षी और बादल सभी के साथ समानता का व्यवहार करते हैं। वे ठीक वैसे ही जैसे पहाड़ सभी को मजबूती और दृढ़ता तथा हर मुसीबत का सामना करने की प्रेरणा देते हैं। पानी सबको निर्मलता का संदेश देता है। पेड़ पौधे सबको हवा और छाया देते हैं। इसी प्रकार इन्हें देखकर ऐसा लगता है मानों भगवान का संदेश दे रहे हों। इस प्रकार इन सभी का संसार में प्रेम को फैलाने का काम है। इसीलिए वे सभी एक दूसरे की भाषा को आसानी से पढ़ पाते हैं।

प्रश्न 5 एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है कथन का भाव स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- जिस प्रकार बहने वाली हवा सीमाओं के बंधन नहीं मानती। फूल अपनी सुगंध से सभी को प्रभावित करते हैं, बारिश का पानी सभी को समान रूप से भिगोता है। ठीक उसी प्रकार हमें भी उनसे शिक्षा लेकर आपसी प्रेम व्यवहार को फैलाना चाहिए।

पाठ से आगे प्रश्न (पृष्ठ संख्या 32)

प्रश्न 1 पक्षी और बादल की चिट्ठियों के आदान-प्रदान को आप किस दृष्टि से देख सकते हैं?

उत्तर- पक्षी और बादल की चिट्ठियों के आदान-प्रदान को हम प्रेम और सौहार्द के आदान-प्रदान के रूप में देखते हैं। इनसे शिक्षा लेकर हमें भी आपसी प्रेम और सौहार्द को आगे बढ़ाना चाहिए और समाज से नफरत को मिटाने में अपना योगदान देना चाहिए।

प्रश्न 2 आज विश्व में कहीं भी संवाद भेजने और पाने का एक बड़ा साधन इंटरनेट है। पक्षी और बादल की चिट्ठियों की तुलना इंटरनेट से करते हुए दस पंक्तियाँ लिखिए।

उत्तर- जैसे पक्षी और बादल सीमाओं से परे हैं वैसे ही इंटर नेट भी, दोनों ही भेदभाव नहीं करते, दोनों एकता का संदेश देते हैं, दोनों ही ज्ञान को बॉटते हैं, दोनों ही मिमजुल कर काम करना सिखाते हैं, दोनों ही संदेश का आदान प्रदान करते हैं, दोनों ही स्वतंत्र हैं, दोनों ही खुशियाँ बॉटते हैं। दोनों ही सुख-दुख बॉटते हैं।

प्रश्न 3 'हमारे जीवन में डाकिए की भूमिका' क्या है? इस विषय पर दस वाक्य लिखिए।

उत्तर- डाकिया हमारे जीवन का आधार है। वह हमारी चिट्ठियों को हम तक पहुंचाता है। वह हमारे संबंधियों को जोड़ने की एक मजबूत कड़ी है। वह हमारे हर सुख-दुख का साथी है। वह हमारे संदेशों को जल्द से जल्द पहुंचाने का प्रयत्न करता है। वह दिन-रात समाज की सेवा में लगा रहता है। वह जाति के बंधनों को नहीं मानता। वह समाज को एक-दूसरे से जोड़ने का काम करता है।


When it comes to learning the concepts of Class 8 Hindi Chapter 6, our platform is your perfect learning partner. We offer in-depth Class 8 Hindi Chapter 6 question answer explanations, tailored specifically to help students better understand the chapter titled "भगवान के डाकिए" or "Bhagwan Ke Dakiye". This engaging story unfolds various themes and teachings, and to make it easier for you, we've organized the Class 8 Hindi Lesson 6 Question Answer guide to break down these complex ideas.

Class 8 Hindi Chapter 6 solutions available on our website cover all in-text and exercise questions in detail. You can also find Hindi Class 8 Chapter 6 question answer resources that are specifically designed to help students learn more effectively. We focus on creating a comprehensive learning environment, with our Class 8 Hindi Chapter 6 Short Question Answer guide designed to aid students in learning core concepts succinctly and effectively.

Students who prefer digital content can download the Class 8 Hindi Chapter 6 PDF Question Answer from our platform. The NCERT Class 8 Hindi Chapter 6 Question Answer and other related study materials are readily available for download in PDF format. We also cater to the Class 8 Hindi Chapter 6 question answer Assamese medium for those students who are more comfortable studying in Assamese. In addition, the website also features Class 8 Science Assamese Medium Question Answer and Class 10 Assamese Chapter 8 Question Answer guides.

The "भगवान के डाकिए" chapter is engaging and thought-provoking. To understand this chapter even better, students can refer to the Class 8 Hindi Chapter 6 summary available on our site. We also offer Class 8 Science Chapter 6 Question Answer in Hindi and Class 8 History Chapter 6 Questions and Answers in Hindi to ensure comprehensive learning in different subjects.

Our platform also provides ICSE 8th Class English Textbook Solutions to help students in different boards. The solutions are curated by experienced educators who understand the different learning needs of students. We've also included a section for Class 8 Hindi Chapter 6 MCQ, which can be of immense help in boosting your understanding of the chapter.

The Class 8 Hindi Question Answer Assamese medium and the Class 7 Hindi Chapter 6 Question Answer Assamese Medium have been prepared by our expert teachers who are familiar with the needs of Assamese-medium students. Our resources like the Bhagwan Ke Dakiye Class 8 PDF can be particularly beneficial for students who want to study offline or prepare for their exams on the go. Visit our platform and get all the resources you need to excel in your Class 8 Hindi studies.

  • Tags :
  • भगवान के डाकिए

You may like these also

© 2024 Witknowlearn - All Rights Reserved.