विशेषज्ञों के अनुसार उपसर्ग का अर्थ है वह शब्दांश जो किसी शब्द के आगे जोड़कर उसका अर्थ बदल देता है। उपसर्ग किसे कहते हैं, यह जानने के लिए हमारे विस्तृत ब्लॉग को पढ़ें। हमने उपसर्ग शब्द के बारे में विस्तार से समझाया है और इसके साथ upsarg ki paribhasha भी दी है। upsarg aur pratyay के बीच के अंतर को स्पष्ट करने के लिए हमने विविध उदाहरण दिए हैं। यदि आप class 7 hindi grammar का अध्ययन कर रहे हैं, तो upsarg pratyay के विषय में हमारी सामग्री आपकी सहायता कर सकती है। हमारी वेबसाइट पर विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और अपनी हिंदी व्याकरण का ज्ञान बढ़ाएं।
उपसर्ग
upsarg ki paribhasha - उपसर्ग किसे कहते हैं
यह दो शब्दों (उप+सर्ग) के योग से बनता है। ’उप’ का अर्थ ’समीप’, ’निकट’ या
’पास में’ है। ’सर्ग’ का अर्थ है सृष्टि करना।
’उपसर्ग’ का अर्थ है पास में बैठकर दूसरा नया अर्थ वाला शब्द बनाना। ’हार’
के पहले ’प्र’ उपसर्ग लगा दिया गया, तो एक नया शब्द ’प्रहार’ बन गया, जिसका नया अर्थ
हुआ ’मारना’।
आसान अर्थ : उपसर्ग उप +सर्ग के योग से
बना है यह एक संयोग का पद है। उप का मतलब है सहायक या समीप का और सर्ग का मतलब है:-
भाग या अंग
अतः उपसर्ग का मतलब हुआ “सहायक या समीप का अंग या भाग”
उपसर्ग शब्दांश होते है अर्थात यह शब्दो का अंग होते है। वह शब्दांश जो शब्दो
के आगे जुड़ कर उसके अर्थ मे परिवर्तन कर देते है या अर्थ मे विशेषता ला देते है अथवा
अन्य शब्द बना देते है वह उपसर्ग कहलाते है।
उपसर्गों का स्वतंत्र अस्तित्व न होते हुए भी वे अन्य शब्दों के साथ मिलकर
उनके एक विशेष अर्थ का बोध कराते हैं। उपसर्ग शब्द के पहले आते हैं।
जैसे – ’अन’ उपसर्ग ’बन’ शब्द के
पहले रख देने से एक शब्द ’अनबन’ बनता है, जिसका विशेष अर्थ ’मनमुटाव’ है। कुछ उपसर्गों
के योग से शब्दों के मूल अर्थ में परिवर्तन नहीं होता, बल्कि तेजी आती है।
जैसे – ’भ्रमण’ शब्द के पहले ’परि’
उपसर्ग लगाने से अर्थ में अंतर न होकर तेजी आई। कभी-कभी उपसर्गों के प्रयोग से शब्द
का बिल्कुल उलटा अर्थ निकलता है।
उपसर्ग किसी शब्द के आरम्भ मे जुड़ कर अर्थवान हो जाते है जैसे अ उपसर्ग नहीं का अर्थ देता है
upsarg meaning in english
The term "Upsarg" is a Hindi grammatical term that translates to "Prefix" in English. A prefix is a morpheme or a type of affix which is attached to the beginning of a word to alter its meaning.
उपसर्ग के उदाहरण जैसे -
· अ+ भाव = अभाव
· अ+थाह = अथाह
इसी प्रकार नि उपसर्ग
नि + डर = निडर
जैसे :-
· अ + सुंदर = असुंदर (यहां अर्थ बदल गया है )
· अति +सुंदर =अतिसुन्दर (यहां शब्द मे विशेषता आई है )
इसी तरह हम अन्य उदाहरण
देखेंगे
· आ+हार = आहार (नया शब्द बना है )
· प्रति+हार = प्रतिहार (नया शब्द बना
है
· प्र+हार = प्रहार (नया शब्द बना है
)
· अति+अल्प = अत्यल्प
· अधि + अक्ष = अध्यक्ष
उपसर्गों के प्रयोग से शब्दों की तीन स्थितियाँ होती हैं –
· शब्द के अर्थ में एक नई विशेषता आती है,
· शब्द के अर्थ में प्रतिकूलता उत्पन्न होती है,
· शब्द के अर्थ में कोई विशेष अंतर नहीं आता।
यहाँ ’उपसर्ग’ और ’शब्द’ का अंतर समझ लेना चाहिए। शब्द अक्षरों का एक समूह
है, जो अपने में स्वतंत्र है, अपना अर्थ रखता है और वाक्यों में स्वतंत्रतापूर्वक प्रयुक्त
होता है।
लेकिन, उपसर्ग अक्षरों का समूह होते हुए भी स्वतंत्र नहीं है और न स्वतंत्ररूप
से उसका प्रयोग ही होता है। जब तक किसी शब्द के साथ उपसर्ग की संगति नहीं बैठती, तब
तक उपसर्ग अर्थवान् नहीं होता।
संस्कृत में शब्दों के पहले लगने वाले कुछ निश्चित शब्दांशों को ही उपसर्ग
कहते हैं और शेष को अव्यय। हिंदी में इस तरह का कोई अंतर नहीं है। हिंदी भाषा में
’उपसर्ग’ की योजना व्यापक अर्थ में हुई है।