तत्सम शब्द की परिभाषा, तद्भव शब्द के उदाहरण और प्रकार कक्षा 9

तत्सम शब्द

‘तत्’ तथा ‘सम’ के मेल से तत्सम शब्द बना है। ‘तत्’ का अर्थ होता है-‘उसके’ तथा ‘सम’ का अर्थ है ‘समान’ ।

अर्थात् उसके समान, ज्यों का त्यों। अतः किसी भाषा में प्रयुक्त उसकी मूल भाषा के शब्द जब ज्यों के त्यों प्रयुक्त होते हैं, तत्सम शब्द कहलाते हैं।

तत्सम शब्द की परिभाषा :-

“हिन्दी की मूल भाषा संस्कृत है, अतः संस्कृत भाषा के जो शब्द हिन्दी भाषा में अपरिवर्तित रूप में ज्यों के त्यों प्रयुक्त हो रहे हैं,

हिन्दी भाषा के तत्सम शब्द कहलाते हैं।”

जैसे- अग्नि, आम्र, कर्ण, दुग्ध, कर्म, कृष्ण।

तद्भव शब्द

तद्भव शब्द संस्कृत विकास से उत्पन्न होने वाला शब्द है। तद्भव शब्द दो बहुत ही महत्वपूर्ण शब्दों से मिलकर बना हुआ है। तद्भव शब्द तत् और भव शब्द के मिलाप से बना हुआ है। जहां तत् शब्द का अर्थ उससे और भव शब्द का अर्थ उत्पन्न होता है, अर्थात तद्भव शब्द का शाब्दिक अर्थ किसी अन्य प्राचीन शब्द से उत्पन्न हुआ शब्द है।

संस्कृत भाषा के शब्दों में निरंतर धीरे-धीरे परिवर्तन आता गया और संस्कृत भाषा के नए-नए शब्द प्रचलित होने लगे। तद्भव शब्द संस्कृत भाषा की ओर संकेत करता है, अर्थात तद्भव शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से ही हुई है।

तद्भव शब्द की परिभाषा

ऐसे शब्द जिन्हें संस्कृत भाषा से उठाकर किसी अन्य भाषा में प्रयुक्त कर लिया जाता है और इन शब्दों के ध्वनि में कुछ गंभीर परिवर्तन नहीं होता, परंतु इन शब्दों की लेखनी बदल जाती है, ऐसे शब्द तद्भव शब्द कहलाते हैं।

तद्भव शब्द के उदाहरण

तद्भव शब्द
प्राचीन शब्द
आधा
अर्ध
अनजान
अज्ञान
आसिस
आशीष
अच्छर
अक्षर
अंगुली
अंगुलि
उल्लू
उलूक

तत्सम तद्भव शब्द को पहचानने के नियम

1.   तत्सम शब्दों के पीछे ‘क्ष‘ वर्ण का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों के पीछे ‘ख‘ या ‘छ‘ शब्द का प्रयोग होता है।

जैसे –

अक्षर  = अक्छर, आखर

पक्षी = पंछी

2.   तत्सम शब्दों में ‘र‘ की मात्रा का प्रयोग होता है।

 जैसे –

अमृत = अमीर

आम्र = आम

3.   तत्सम शब्दों में ‘ऋ’ की मात्रा का उपयोग होता है।

जैसे –

4.   तत्सम शब्दों में ‘श्र’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स‘ का प्रयोग हो जाता है।

जैसे –

धन्नश्रेष्ठी = धन्नासेठी

5.   तत्सम शब्दों में ‘व‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ब’ का प्रयोग होता है।

जैसे –

वन = बन

6.   तत्सम शब्दों में ‘ष’ वर्ण का प्रयोग होता है।

जैसे –

कृषक = किसान

7.   तत्सम शब्दों में ‘श’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग हो जाता है।

जैसे –

दिपशलाका = दिया सलाई

तत्सम
तद्भव
तत्सम
तद्भव
चन्द्र
चाँद
ग्राहक
गाहक
मयूर
मोर
विद्युत
बिजली
वधू
बहू
नृत्य
नाच
चर्म
चमड़ा
गौ
गाय
ग्रीष्म
गर्मी
अज्ञानी
अज्ञानी
अकस्मात्
अचानक
अग्नि
आग
आलस्य
आलस
उज्ज्वल
उजला
कर्म
काम
नवीन
नया
स्वर्ण
सोना
शत
सौ

अ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

अंक – आँक

अंगरक्षक – अँगरखा

अंगुलि – ऊँगली

अंगुष्ठ – अंगूठा

अंचल – आँचल

अंजलि – अँजुरी

अंध – अँधा

अकस्मात – अचानक

अकार्य – अकाज

अक्षत – अच्छत

अक्षर – अच्छर / आखर

अक्षि – आँख

अक्षोट – अखरोट

अगणित – अनगिनत

अगम्य – अगम

अग्नि – आग

अग्र – आगे

अग्रणी – अगाडी / अगुवा

अच्युत – अचूक

अज्ञान – अजान / अनजाना

अट्टालिका – अटारी

अद्य – आज

अन्धकार – अँधेरा

अन्न – अनाज

अमावस्या – अमावस

अमूल्य – अमोल

अमृत – अमिय

अम्बा – अम्मा

अम्लिका – इमली

अर्क – आक

अर्द्ध – आधा

अर्पण – अरपन

अवगुण – औगुण

अवतार – औतार

अश्रु – आँसू

अष्ट – आठ

अष्टादश – अठारह

आ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

आदित्यवार – इतवार

आभीर – अहीर

आमलक – आँवला

आम्र – आम

आम्रचूर्ण – अमचूर

आरात्रिका – आरती

आलस्य – आलस

आशीष – असीस

आश्चर्य – अचरज

आश्रय – आसरा

आश्विन – आसोज

इ, ई से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

इक्षु – ईख

इष्टिका – ईंट

ईप्सा – इच्छा

ईर्ष्या – इरषा

उ, ऊ, ऋ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

उच्च – ऊँचा

उच्छवास – उसास

उज्ज्वल – उजला

उत्साह – उछाह

उदघाटन – उघाड़ना

उपरि – ऊपर

उपालम्भ – उलाहना

उलूक – उल्लू

उलूखल – ओखली

उष्ट्र – ऊँट

ऊष्ण – उमस

ऋक्ष – रीछ

ए, ऐ, ओ, औ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

एकत्र – इकट्ठा

एकादश – ग्यारह

ओष्ठ – ओँठ

क से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

कंकण – कंगन

कच्छप – कछुआ

कज्जल – काजल

कटु – कडवा

कण्टक – काँटा

कदली – केला

कन्दुक – गेंद

कपाट – किवाड़

कपोत – कबूतर

कर्ण – कान

कर्तव्य – करतब

कर्पट – कपड़ा

कर्पूर – कपूर

कर्म – काम

कल्लोल – कलोल

काक – काग / कौआ

कार्तिक – कातिक

कार्य – काज / कारज

काष्ठ – काठ

कास – खाँसी

किंचित – कुछ

किरण – किरन

कीट – कीड़ा

कीर्ति – कीरति

कुंभकार – कुम्हार

कुक्कुर – कुत्ता

कुक्षि – कोख

कुपुत्र – कपूत

कुब्ज – कुबड़ा

कुमार – कुआँरा

कुमारी – कुँवारी

कुष्ठ – कोढ़

कूप – कुँआ

कृपा – किरपा

कृषक – किसान

कृष्ण – कान्हा / किसन

केवर्त – केवट

कोकिला – कोयल

कोटि – करोड़

कोण – कोना

कोष्ठिका – कोठी

क्लेश – कलेश

क्ष से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

क्षण – छिन

क्षत – छत

क्षति – छति

क्षत्रिय – खत्री

क्षार – खार

क्षीण – छीन

क्षीर – खीर

क्षेत्र – खेत

ख से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

खनि – खान

ग से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

गम्भीर – गहरा

गर्जर – गाजर

गर्त – गड्ढा

गर्दभ – गधा

गर्भिणी – गाभिन

गर्मी – घाम

गहन – घना

गात्र – गात

गायक – गवैया

गुण – गुन

गुम्फन – गूंथना

गुहा – गुफा

गृध – गीध

गृह – घर

गृहिणी – घरनी

गौ – गाय

गोधूम – गेंहू

गोपालक – ग्वाल

गोमय – गोबर

गोस्वामी – गुसाँई

गौत्र – गोत

गौर – गोरा

ग्रन्थि – गाँठ

ग्रहण – गहन

ग्राम – गाँव

ग्रामीण – गँवार

ग्राहक – गाहक

ग्रीवा – गर्दन

ग्रीष्म – गर्मी

घ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

घंटिका – घंटी

घट – घडा

घटिका – घड़ी

घृणा – घिन

घृत – घी

घोटक – घोडा

च से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

चंचु – चोँच

चंद्र – चाँद

चंद्रिका – चाँदनी

चक्र – चक्कर / चाक

चतुर्थ – चौथ

चतुर्दश – चौदह

चतुर्दिक – चहुंओर

चतुर्विंश – चौबीस

चतुष्कोण – चौकोर

चतुष्पद – चौपाया

चर्म – चमडा / चमड़ी / चाम

चर्मकार – चमार

चवर्ण – चबाना

चिक्कण – चिकना

चित्रक – चीता

चित्रकार – चितेरा

चुंबन – चूमना

चूर्ण – चून / चूरन

चैत्र – चैत

चौर – चोर

छ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

छत्र – छाता

छाया – छाँह

छिद्र – छेद

ज, झ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

जंघा – जाँघ

जन्म – जनम

जव – जौ

जामाता – जँवाई

जिह्वा – जीभ

जीर्ण – झीना

ज्येष्ठ – जेठ

ज्योति – जोत

झरण – झर

त से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

तड़ाग – तालाब

तण्डुल – तन्दुल

तपस्वी – तपसी

तप्त – तपन

ताम्बूलिक – तमोली

ताम्र – ताँबा

तिथिवार – त्यौहार

तिलक – टीका

तीक्ष्ण – तीखा

तीर्थ – तीरथ

तुंद – तोंद

तृण – तिनका

तैल – तेल

त्रय – तीन

त्रयोदश – तेरह

त्वरित – तुरंत / तुरत

द से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

दंड – डंडा

दंत – दाँत

दंतधावन – दातुन

दक्ष – दच्छ

दक्षिण – दाहिना

दद्रु – दाद

दधि – दही

दाह – डाह

दिशान्तर – दिसावर

दीप – दीया

दीपशलाका – दीयासलाई

दीपावली – दिवाली

दुःख – दुख

दुग्ध – दूध

दुर्बल – दुबला

दुर्लभ – दूल्हा

दूर्वा – दूब

दृष्टि – दीठि

दौहित्र – दोहिता

द्वादश – बारह

द्विगुणा – दुगुना

द्वितीय – दूजा

द्विपट – दुपट्टा

द्विप्रहरी – दुपहरी

द्विवर – देवर

ध से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

धनश्रेष्ठी – धन्नासेठ

धरणी – धरती

धरित्री – धरती

धर्त्तूर – धतूरा

धर्म – धरम

धान्य – धान

धूम्र – धुँआ

धूलि – धूल

धृष्ठ – ढीठ

धैर्य – धीरज

न से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

नकुल – नेवला

नक्षत्र – नखत

नग्न – नंगा

नप्तृ – नाती

नम्र – नरम

नयन – नैन

नव – नौ

नवीन – नया

नापित – नाई

नारिकेल – नारियल

नासिका – नाक

निद्रा – नीँद

निपुण – निपुन

निम्ब – नीम

निम्बुक – नींबू

निर्वाह – निबाह

निशि – निसि

निष्ठुर – निठुर

नृत्य – नाच

नौका – नाव

प से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

पंक्ति – पंगत

पंच – पाँच

पंचदश – पन्द्रह

पक्व – पका / पक्का

पक्वान्न – पकवान

पक्ष – पंख

पक्षी – पंछी

पट्टिका – पाटी

पत्र – पत्ता

पथ – पंथ

पद्म – पदम

परमार्थ – परमारथ

परशु – फरसा

परश्वः – परसों

परीक्षा – परख

पर्पट – पापड़

पर्यंक – पलंग

पवन – पौन

पश्चाताप – पछतावा

पाद – पैर

पानीय – पानी

पाश – फन्दा

पाषाण – पाहन

पितृ – पितर / पिता

पितृश्वसा – बुआ

पिपासा – प्यास

पिप्पल – पीपल

पीत – पीला

पुच्छ – पूँछ

पुत्र – पूत

पुत्रवधू – पतोहू

पुष्कर – पोखर

पुष्प – पुहुप

पूर्ण – पूरा

पूर्णिमा – पूनम

पूर्व – पूरब

पृष्ठ – पीठ

पौत्र – पोता

पौष – पूस

प्रकट – प्रगट

प्रतिच्छाया – परछाई

प्रतिवासी – पड़ोसी

प्रत्यभिज्ञान – पहचान

प्रस्तर – पत्थर

प्रस्वेद – पसीना

प्रहर – पहर

प्रहरी – पहरेदार

प्रहेलिका – पहेली

प्रिय – पिय

फणी – फण

फाल्गुन – फागुन

ब से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

बंध – बांध

बंध्या – बांझ

बधिर – बहरा

बर्कर – बकरा

बलिवर्द – बैल

बालुका – बालू

बिंदु – बूंद

बुभुक्षित – भूखा

भ से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

भक्त – भगत

भगिनी – बहन

भद्र – भला

भल्लुक – भालू

भस्म – भसम

भागिनेय – भानजा

भाद्रपद – भादो

भिक्षा – भीख

भिक्षुक – भिखारी

भुजा – बाँह

भ्रत्जा – भतीजा

भ्रमर – भौंरा

भ्राता – भाई

भ्रातृजा – भतीजी

भ्रातृजाया – भौजाई

भ्रू – भौं

म से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

मकर – मगर

मक्षिका – मक्खी

मणिकार – मणिहार

मत्स्य – मछली

मदोन्मत्त – मतवाला

मद्य – मद

मनीचिका – मिर्च

मनुष्य – मानुष

मयूर – मोर

मरीच – मिर्च

मर्कटी – मकड़ी

मल – मैल

मशक – मच्छर

मशकहरी – मसहरी

मश्रु – मूंछ

मस्तक – माथा

महिषी – भैंस

मातुल – मामा

मातृ – माता

मार्ग – मारग

मास – माह

मित्र – मीत

मिष्ट – मीठा

मिष्ठान्न – मिठाई

मुख – मुँह

मुषल – मूसल

मुष्टि – मुट्ठी

मूत्र – मूत

मूल्य – मोल

मूषक – मूसा

मृग – मिरग

मृतघट – मरघट

मृत्तिका – मिट्टी

मृत्यु – मौत

मेघ – मेह

मौक्तिक – मोती

य से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

यजमान – जजमान

यत्न – जतन

यमुना – जमुना

यश – जस

यशोदा – जसोदा

युक्ति – जुगत

युवा – जवान

योग – जोग

योगी – जोगी

यौवन – जोबन

र से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

रक्षा – राखी

रज्जु – रस्सी

राजपुत्र – राजपूत

रात्रि – रात

राशि – रास

रिक्त – रीता

रुदन – रोना

रूष्ट – रूठा

ल से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

लक्ष – लाख

लक्षण – लक्खन

लक्ष्मण – लखन

लक्ष्मी – लछमी

लज्जा – लाज

लवंग – लौंग

लवण – नौन / नून

लवणता – लुनाई

लेपन – लीपना

लोक – लोग

लोमशा – लोमड़ी

लौह – लोहा

लौहकार – लुहार

व से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

वंश – बाँस

वंशी – बाँसुरी

वक – बगुला

वचन – बचन

वज्रांग – बजरंग

वट – बड

वणिक – बनिया

वत्स – बच्चा / बछड़ा

वधू – बहू

वरयात्रा – बरात

वर्ण – बरन

वर्ष – बरस

वर्षा – बरसात

वल्स – बछड़ा

वाणी – बानी

वानर – बंदर

वार्ता – बात

वाष्प – भाप

विंश – बीस

विकार – बिगाड़

विद्युत – बिजली

विवाह – ब्याह

विष्ठा – बीट

वीणा – बीना

वीरवर्णिनी – बीरबानी

वृक्ष – बिरख

वृद्ध – बुड्ढा / बूढ़ा

वृश्चिक – बिच्छू

वृषभ – बैल

वैर – बैर

व्यथा – विथा

व्याघ्र – बाघ

श, ष, श्र से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

शकट – छकड़ा

शत – सौ

शप्तशती – सतसई

शय्या – सेज

शर्करा – शक्कर

शलाका – सलाई

शाक – साग

श्राप – शाप

शिक्षा – सीख

शिर – सिर

शिला – सिल

शीतल – सीतल

शीर्ष – सीस

शुक – सुआ

शुण्ड – सूंड

शुष्क – सूखा

शूकर – सुअर

शून्य – सूना

श्मशान – मसान

श्मश्रु – मूँछ

श्मषान – समसान

श्यामल – सांवला

श्यालस – साला

श्याली – साली

श्रंखला – सांकल

श्रावण – सावन

श्रृंग – सींग

श्रृंगार – सिंगार

श्रृगाल – सियार

श्रेष्ठी – सेठ

श्वश्रु – सास

श्वसुर – ससुर

श्वास – साँस

षोडश – सोलह

स से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

संधि – सेंध

सत्य – सच

सन्ध्या – साँझ

सपत्नी – सौत

सप्त – सात

सरोवर – सरवर

सर्प – साँप

सर्सप – सरसों

साक्षी – साखी

सूची – सुई

सूत्र – सूत

सूर्य – सूरज

सौभाग्य – सुहाग

स्कन्ध – कंधा

स्तन – थन

स्तम्भ – खम्भा

स्थल – थल

स्थान – थान

स्थिर – थिर

स्नेह – नेह

स्पर्श – परस

स्फोटक – फोड़ा

स्वजन – साजन

स्वप्न – सपना

स्वर्ण – सोना

स्वर्णकार – सुनार

स्वसुर – ससुर

ह से तत्सम शब्द –

तत्सम-तद्भव

हंडी – हांडी

हट्ट – हाट

हरिण – हिरन

हरित – हरा

हरिद्रा – हल्दी

हर्ष – हरख

हस्त – हाथ

हस्ति – हाथी

हस्तिनी – हथिनी

हास्य – हँसी

हिन्दोला – हिण्डोला

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