Do Gauraiya Class 8 Worksheet With Answers

दो गौरैया (Do Gauraiya), a captivating story from the Class 8 Hindi textbook Durva, is a wonderful exploration of the simple yet profound lives of sparrows. This chapter, being the second one in the series, offers a unique perspective into the world of these small birds, making it a favorite among students. For those looking to delve deeper into this chapter, a range of study materials including दो गौरैया Worksheet, Do Gauraiya Question Answer, and Do Gauraiya Worksheet with Answer are available. These resources are particularly helpful for students to reinforce their understanding of the chapter.

For educators and parents, using Do Gauraiya Extra Questions can be a great way to encourage students to think beyond the text and engage critically with the content. These additional questions often challenge students to apply their knowledge in new and creative ways, enhancing their learning experience.

In the curriculum, Class 8 Hindi Durva Chapter 2 holds a special place, offering a narrative that is both engaging and educational. The Class 8 Chapter 2 Hindi segment not only focuses on language skills but also imparts valuable moral lessons through its story.

Moreover, the Class 8 Chapter 2 Hindi Question Answer section is an essential tool for exam preparation. It helps students grasp the key elements of the chapter and prepares them for the types of questions they might encounter in their assessments.

Overall, दो गौरैया serves as a perfect blend of educational content and storytelling, making it an integral part of the Class 8 Hindi curriculum. It encourages students to explore the nuances of Hindi language and literature, while also connecting them with the simple yet significant aspects of nature and life.

NCERT SOLUTIONS CLASS 8 DURVA CHAPTER 2

पाठ से प्रश्न (पृष्ठ संख्या 11)

प्रश्न 1 दोनों गौरैयों को पिताजी जब घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे तो माँ क्यों मदद नहीं कर रही थी? बस, वह हँसती क्यों जा रही थी?

उत्तर- क्योंकि मॉ नहीं चाहती थीं कि गौरैया का घर उजड़ जाए इसलिए वे पिताजी की मदद नहीं कर रहीं थीं और गौरैया भी पिताजी के बाहर निकालने की कोशिश को खेल समझ रहीं थीं इसीलिए वे आवाज सुनकर घोंसले में से गर्दन निकालकर बाहर झाँकती थी और फिर घोंसले में घुस जाती थीं।

प्रश्न 2 देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। माँ ने पिताजी से गंभीरता से यह क्यों कहा?

उत्तर- मॉ इसलिए परेशान थीं कि यदि चिड़िया ने अन्डे दिए होंगे तो वे टूट सकते हैं और चिड़िया परेशान हो सकती है। इसलिए उन्होने पिताजी से गंभीरता से कहा कि चिड़ियों को मत निकालो।

प्रश्न 3 "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो तो उसका घर तोड़ देना चाहिए" पिताजी ने गुस्से में ऐसा क्यों कहा? क्या पिताजी के इस कथन से माँ सहमत थी? क्या तुम सहमत हो? अगर नहीं तो क्यों?

उत्तर- पिताजी के इस कथन से मॉ बिल्कुल भी सहमत नहीं थीं वे किसी का भी घर तोड़ने के पक्ष में नहीं थीं उनके अनुसार अगर चिड़ियों का घर तोड़ा गया तो वे बेचारी कहॉ जाएगी और उनके बच्चों और अंडों का क्या होगा। हम इस बात से पूर्णतः असहमत हैं वह तो चिडिया है यदि किसी के साथ भी ऐसा हो तो उसके हृदय पर क्या बीतेगी।

प्रश्न 4 कमरे में फिर से शोर होने पर भी पिताजी अबकी बार गौरैया की तरफ देखकर मुस्कुराते क्यों रहे

उत्तर- जब पिताजी घोंसला तोड़ने चले तो उसमें अंडे देखकर उन्होंने उसे वापस रख दिया फिर गौरैया की तरफ देखकर वे मुस्कारने लगे क्योंकि अब उन्हें पता चल चुका था कि किसी का घर तोड़ना उचित नहीं गौरैया बच्चों के होने पर कुछ दिन चीं-चीं कहेगी उसके बाद बच्चे खुद ही चिड़िया के साथ उड़कर कहीं और चले जाएंगे।

पशु पक्षी और हम प्रश्न (पृष्ठ संख्या 12)

प्रश्न 1 इस कहानी के शुरू में कई पशु - पक्षियों की चर्चा की गई है। कहानी में वे ऐसे कुछ काम करते हैं जैसे मनुष्य करते हैं। उनको ढूंढकर तालिका पूरी करो।

a.   पक्षी

b.   बूढ़ा चूहा

c.   बिल्ली

d.   चमगादड़

e.   चींटियाँ

उत्तर-

a.   घर का पता लिखवाकर लाए हैं।

b.   भयानक सर्दी लगने के कारण अंगीठी के पीछे छिपकर बैठा है।

c.   मन आया तो अंदर आकर दूध पी गई, मन आया तो बाहर से ही ‘फिर आउँगी' कहकर चली जाती है।

d.   शाम होते ही दो-तीन चमगादड़ कमरों के आर-पार पर फैलाकर कसरत करने लगते हैं

e.   चींटियों की फौज ही छावनी डाले हुए है।

मल्हार प्रश्न (पृष्ठ संख्या 12)

प्रश्न 1 नीचे दिए गए वाक्य को पढ़ो

"जब हम लोग नीचे उतरकर आए, तब वे फिर से मौजूद थीं और मजे से बैठी मल्हार गा रही थीं।"

a.   अब तुम पता करो कि मल्हार क्या होता है? इस काम में तुम बड़ों की सहायता भी ले सकते हो।

b.   बताओ कि क्या सचमुच चिड़ियाँ 'मल्हार' गा सकती हैं?

c.   बताओ की कहानी में चिड़ियों द्वारा मल्हार गाने की बात क्यों कही गई है?

उत्तर-  

a.   मल्हार संगीत में एक राग का नाम हैं। इसके बारें में कहा जाता है कि इसके गाने से बारिश होने लगती है।

b.   चिड़ियॉ मल्हार नहीं गा सकतीं लेकिन उनका चहचहाना ऐसा लगता है कि मानो वे मल्हार गा रहीं हों।

c.   चिड़ियॉ रात में कहीं और चली गई थीं। पर दूसरे दिन इतवार को जब उनका चहचहाना घोंसले में सुनाई दिया तो ऐसा लगा कि मानो वे खु जी से मल्हार गा रहीं हों क्योंकि उनको घर से निकालने के सभी प्रयास विफल हो चुके थे।

पाठ से आगे प्रश्न (पृष्ठ संख्या 12)

प्रश्न 1 अलग-अलग पक्षी अलग-अलग तरह से घोंसला बनाते हैं। तुम कुछ पक्षियों के घोसलों के चित्र इकट्ठे करक उसे अपनी कॉपी पर चिपकाकर शिक्षक को दिखाओ।

उत्तर- छात्र विभिन्न प्रकार के घोंसलों के चित्र इकट्ठा करके अपनी अभ्यास पुस्तिका में चिपकाकर अपने शिक्षक को दिखाएंगे।

प्रश्न 2 देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। माँ ने पिताजी से गंभीरता से यह क्यों कहा?

उत्तर- मॉ इसलिए परेशान थीं कि यदि चिड़िया ने अन्डे दिए होंगे तो वे टूट सकते हैं और चिड़िया परेशान हो सकती है। इसलिए उन्होने पिताजी से गंभीरता से कहा कि चिड़ियों को मत निकालो।

प्रश्न 3 "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो तो उसका घर तोड़ देना चाहिए" पिताजी ने गुस्से में ऐसा क्यों कहा? क्या पिताजी के इस कथन से माँ सहमत थी? क्या तुम सहमत हो? अगर नहीं तो क्यों?

उत्तर- पिताजी के इस कथन से मॉ बिल्कुल भी सहमत नहीं थीं वे किसी का भी घर तोड़ने के पक्ष में नहीं थीं उनके अनुसार अगर चिड़ियों का घर तोड़ा गया तो वे बेचारी कहॉ जाएगी और उनके बच्चों और अंडों का क्या होगा। हम इस बात से पूर्णतः असहमत हैं वह तो चिडिया है यदि किसी के साथ भी ऐसा हो तो उसके हृदय पर क्या बीतेगी।

प्रश्न 4 कमरे में फिर से शोर होने पर भी पिताजी अबकी बार गौरैया की तरफ देखकर मुस्कुराते क्यों रहे?

उत्तर- जब पिताजी घोंसला तोड़ने चले तो उसमें अंडे देखकर उन्होंने उसे वापस रख दिया फिर गौरैया की तरफ देखकर वे मुस्कारने लगे क्योंकि अब उन्हें पता चल चुका था कि किसी का घर तोड़ना उचित नहीं गौरैया बच्चों के होने पर कुछ दिन चीं-चीं कहेगी उसके बाद बच्चे खुद ही चिड़िया के साथ उड़कर कहीं और चले जाएंगे।।

अंदर जाने के रास्ते प्रश्न (पृष्ठ संख्या 12)

प्रश्न 1 पूरी कहानी में गौरैया, कहाँ–कहाँ से घर के अंदर घुसी थीं? सूची बनाओ।

उत्तर- चिड़ियॉ कभी दरवाजे से, कभी बंद दरवाजे के नीचे से और कभी रोशानदान के टूटे शीशे में से घर के अन्दर घुसीं।

प्रश्न 2 अब अपने घर के बारे में सोचो। तुम्हारे घर में यदि गौरैया आना चाहे तो वह कहाँ–कहाँ से अंदर घुस सकती है? इसे अपने शिक्षक को बताओ।

उत्तर- छात्र अपने घरो की बनावट के अनुसार अपने शिक्षक को चिड़ियों के घर में आने के रास्ते के बारे में बताएंगे।

कहने का अंदाज़ प्रश्न (पृष्ठ संख्या 13)

प्रश्न 1 "माँ खिलखिलाकर हँस दीं।" इस वाक्य में 'खिलखिलाकर' शब्द बता रहा है कि माँ कैसे हँसी थीं। इसी प्रकार नीचे दिए गए रेखांकित शब्दों पर भी ध्यान दो। इन शब्दों से एक-एक वाक्य बनाओ।

a.   पिताजी ने झिड़ककर कहा, "तू खड़ा क्या देख रहा है?"

b.   "आज दरवाजे" बंद रखो" उन्होंने हुक्म दिया।

c.   ’देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो,’’ माँ ने अबकी बार गंभीरता से कहा।

d.   "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो, तो उसका घर तोड़ देना चाहिए, "उन्होंने गुस्से में कहा।

उत्तर-

a.   गरीब बच्चे ने बड़ी दयनीय अवस्था में पैसा माँगा पर उसने बड़ी बेदर्दी से झिड़ककर उसे दूर कर दिया।

b.   राजा ने अपराधी को फाँसी की सज़ा का हुक्म दिया।

c.   पिता ने बड़ी गंभीरता से अपने बेटे को समझाया।

d.   आजकल वह बहुत गुस्से में रहता है।

इनसे मिलते जुते कुछ और शब्द का वाक्य में प्रयोग इस प्रकार है-

·       धीरे से - उसने धीरे सेदरवाज़ा खोला।

·       ज़ोर से - इतना ज़ोर से मत बोलो गला दुखने लगेगा।

·       अटकते हुए - वह कुछ अटकते हुए कहता है।

·       हकलाता - मोहन इतना हकलाता है कि अपनी बात भी पूरी नहीं कर पाता।

·       फुसफुसाते हुए - गीता ने मेरे कान में फुसफुसाते हुए अपनी बात बताई।

किस्से क्यों कैसे प्रश्न (पृष्ठ संख्या 13)

प्रश्न 1 "पिताजी बोले, क्या मतलब? मैं कालीन बरबाद करवा लें?" ऊपर दिए गए वाक्य पर ध्यान दो और बताओ कि-

a.   पिताजी ने यह बात किससे कही?

b.   उन्होंने यह बात क्यों कही?

c.   गौरैयों के आने से कालीन कैसे बरबाद होता?

उत्तर-

a.   पिताजी ने मॉ से कहा।

b.   उन्होंने यह बात चिड़ियों से परेशान होकर कही।

c.   गौरैयों के आने से उनके द्वारा तिनके बिखेरने और बीट करने से कालीन खराब होता।

सराय प्रश्न (पृष्ठ संख्या 13)

प्रश्न 1 "पिताजी कहते हैं कि यह घर सराय बना हुआ है।" ऊपर के वाक्य को पढ़ो और बताओ कि

a.   सराय और घर में क्या अंतर होता है? आपस में इस पर चर्चा करो।

b.   पिताजी को अपना घर सराय क्यों लगता है?

उत्तर-

जिसमें एक ही परिवार के सब लोग मिलकर रहते हैं उसे घर कहते हैं और जहाँ दूर-दूर से अलग-अलग जगहों से लोग आकर रुकते हैं उसे सराय कहते हैं।

चूहे, चमगादड़, चींटियों और चिड़ियों के कारण पिताजी को अपना घर सराय लगने लगा।

गौरेया की चर्चा प्रश्न (पृष्ठ संख्या 14)

प्रश्न 1 मान लो तुम लेखक के घर की एक गौरैया हो। अब अपने साथी गौरैया को बताओ कि तुम्हारे साथ इस घर में क्या-क्या हुआ?

उत्तर- बच्चे पढ़े पाठ के आधार पर अपने अनुभव से इस प्रश्न का उत्तर देंगे।

प्रश्न 2 तुम्हें इस कहानी में कौन सबसे अधिक पसंद आया? तुम्हें उसकी कौन-सी बात सबसे अधिक अच्छी लगी?

पिताजी

उत्तर- अन्त में हारकर चिड़ियों का चहचहाना देखकर मुस्कुराना।

प्रश्न 3 तुम्हें इस कहानी में कौन सबसे अधिक पसंद आया? तुम्हें उसकी कौन-सी बात सबसे अधिक अच्छी लगी?

लेखक

उत्तर- लेखक के द्वारा किया गया चिड़ियों और घरवालों का विवरण।

कैसे लगे प्रश्न (पृष्ठ संख्या 14)

प्रश्न 1 तुम्हें इस कहानी में कौन सबसे अधिक पसंद आया? तुम्हें उसकी कौन-सी बात सबसे अधिक अच्छी लगी?

a.   मॉ

b.   पिताजी

c.   लेखक

d.   गौरैया

e.   चूहे

f.    बिल्ली

g.   कबूतर

h.   कोई अन्य/ कुछ और

उत्तर-

a.   मॉ की चिड़ियों के प्रति ममता।

b.   अन्त में हारकर चिड़ियों का चहचहाना देखकर मुस्कुराना।

c.   लेखक के द्वारा किया गया चिड़ियों और घरवालों का विवरण।

d.   गौरैया का हर प्रकार से घर में घुस आना।

e.   चूहे का अँगीठी के पीछे बैठना।

f.    बिल्ली का घर में आना और दूध पीकर चले जाना और साथ में यह भी संदेश देना कि फिर आउँगी।

g.   कबूतरों का गुटरगूं करना।

h.   चमगादड़ो का पर फैलाकर कसरत करना।

माँ की बात प्रश्न (पृष्ठ संख्या 14)

प्रश्न 1 नीचे माँ द्वारा कही गई कुछ बातें लिखी हुई हैं। उन्हें पढ़ो। "अब तो ये नहीं उड़ेंगी। पहले इन्हें उड़ा देते, तो उड़ जातीं।" "एक दरवाजा खुला छोड़ो, बाकी दरवाजे बंद कर दो। तभी ये निकलेंगी।" "देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। अब तो इन्होंने अंडे भी दे दिए होंगे। अब ये यहाँ से नहीं जाएँगी।"

अब बताओ कि-

a.   क्या माँ सचमुच चिड़ियों को घर से निकालना चाहती थीं?

b.   माँ बार-बार क्यों कह रही थीं कि ये चिड़ियाँ नहीं जाएँगी?

उत्तर-

a.   नहीं मॉ चिड़ियों को कभी भी नहीं निकालना चाहती थीं।

b.   चिड़ियों का अपना घोंसला बना हुआ था वह उनका घर था और वे अपने घर को किसी भी हालत में छोड़कर नहीं जा सकती थीं।

कहानी की चर्चा प्रश्न (पृष्ठ संख्या 14)

प्रश्न 1 तुम्हारे विचार से इस कहानी को कौन सुना रहा है? तुम्हें यह किन बातों से पता चला?

उत्तर- इस कहानी को लेखक सुना रहा है कहानी के सजीव वर्णन से ऐसा लगा।

प्रश्न 2 लेखक ने यह अनुमान कैसे लगाया कि एक चूहा बूढ़ा है और उसको सर्दी लगती है?

उत्तर- चूहा अंगीठी से सटकर बैठा था जिससे लेखक ने अनुमान लगाया कि उसे सर्दी लग रही है।

कहानी की चर्चा प्रश्न (पृष्ठ संख्या 14-15)

प्रश्न 1 उदाहरण:

चुक - चूक

अब उनकी सहनशीलता चुक गई।

उनका निशाना चूक गया।

अब तुम भी इन शब्दों को समझो और उनसे वाक्य बनाओ।

a.   सुख – सूख

b.   धूल – धूल

c.   सुना – सूना

उत्तर-

a.   सुख के क्षण अनमोल होते हैं।

पानी के बिना पेड़ के पत्ते सूख गए।

b.   ऑधी के चलने से चारों तरफ धूल ही धूल हो गई।

तेज बारिश से पूरी प्रकृति धुल गई।

c.   प्रधानमंत्री का भाषण सभी ने सुना।

बच्चों के अपनी नानी के घर चले जाने से सारा घर सूना हो गया।

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