Anyay Ke Khilaf Class 8 Worksheet With Answers

The chapter Anyay Ke Khilaf in the CBSE Class 8 Hindi curriculum, specifically from the Durva textbook, is a significant chapter that focuses on themes of justice and standing against wrongdoing. As part of Class 8 Hindi Chapter 13, this chapter provides a deep understanding of moral values and the importance of standing up against injustice.

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Additionally, worksheets for Anyay Ke Khilaf are available as part of the NCERT worksheet series for Class 8 Hindi Durva Chapter 13. These worksheets are designed to test students' comprehension of the chapter, enhance their analytical skills, and encourage them to think critically about the themes presented in the narrative.

For further in-depth study, extra questions on Anyay Ke Khilaf are also available. These questions provide an opportunity for students to delve deeper into the chapters themes and concepts, facilitating a more robust understanding of the material.

The question about Shriram Rajus surrender to the British touches on historical events and figures, which may be explored in other contexts or chapters within the history curriculum. However, the focus of Anyay Ke Khilaf in Class 8 Hindi is more on moral and ethical themes rather than specific historical events.

Overall, Anyay Ke Khilaf as part of Class 8 Chapter 13 Hindi (Durva) offers students a chance to engage with important social themes and ethical dilemmas, fostering not just language skills but also moral reasoning and critical thinking abilities. Through the use of various educational resources like NCERT solutions, worksheets, and extra questions, students can gain a comprehensive understanding of this impactful chapter.

NCERT SOLUTIONS FOR CLASS 8 DURVA CHAPTER 13

पाठ से प्रश्न (पृष्ठ संख्या 90)

प्रश्न 1 आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के बीच अपना हक जमाने के लिए अंग्रेजों ने क्या किया?

उत्तर- आंध के घने जंगलों के बीच रहने वाले कोया आदिवासी सीधी-सादी खेती के माध्यम से अपनी रोजी-रोटी जुटाया करते थे। पर जब से अंग्रेजों ने उनके बीच आकर अपना हक जमाय तो उनका जीवन मुश्किल हो गया। फिर अंग्रेजों को एक तरकीब सूझी। उन्होंने सोचा कि आदिवासियों को लड़ाई में तो हरा नहीं पाएँगे, अब इन्हें भूखे रखकर मारना पड़ेगा। उन्होंने जंगल के अंदर गाँवों में राशन लाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए गए। किसी को भी सामान का एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना मुश्किल हो गया।

प्रश्न 2 श्री राम राजू कौन था? उसने अंग्रेजों के सामने आत्मसमर्पण क्यों किया?

उत्तर- आंध के घने जंगलों में उन्हीं दिनों एक साधु जंगलों में आकर रहने लगा था। उस साधु का नाम था अल्लूरी श्रीराम राजू। श्रीराम राजू ने हाई स्कूल तक पढ़ाई की थी। उसके बाद अगली पढ़ाई छोड़कर वह 18 वर्ष की उम्र में ही साधु बन गया। जब वह उन जंगलों में रहने आया तो आदिवासी लोगों से अच्छी तरह हिल-मिल गया। उससे उनका दुख देखा नहीं गया। राजू ने सोचा कि अगर मैं अंग्रजों के सामने आत्म-समर्पण कर दें तो अंग्रेज इन हजारों लोगों को रोज सताना बंद कर देंगे।

प्रश्न 3 अंग्रेजों से लड़ने के लिए कोया आदिवासी क्या-क्या करते थे?

उत्तर- आंध के घने जंगलों जब सँकरी पगडंडियों से अंग्रेज सेना की टुकड़ी गुजर रही होती तो जंगलों में छिपे आदिवासी भारतीय सिपाहियों को गुजर जाने देते और जैसे ही अंग्रेज सारजेंट या कमांडर नजर आते तो उन पर अचूक निशाना लगाते। आदिवासियों के विद्रोह से अंग्रेज सरकार इतना डरने लगी थी कि राजू के दल को आते देखकर थानों से पुलिस भाग जाती थी।

प्रश्न 4 कोया आदिवासियों के विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम क्यों कहना चाहिए?

उत्तर- राजू हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद आंध्र के जंगलों के आदिवासियों को अंग्रजों के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए साधु का वेष धारण करके जंगलों में आया होगा।

तुम्हारे विचार से प्रश्न (पृष्ठ संख्या 91)

प्रश्न 1 राजू हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद जंगलों में रहने क्यों आया होगा?

उत्तर- राजू हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद आंध्र के जंगलों के आदिवासियों को अंग्रजों के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए साधु का वेष धारण करके जंगलों में आया होगा।

प्रश्न 2 राजू के शहीद होने का आदिवासियों के आंदोलन पर क्या असर हुआ होगा?

उत्तर- राजु के शहीद हो जाने से आदिवासियों का हौसला टूट गया हार मानकर वे फिर से अंग्रजों की गुलामी करने लगे।

मुहावरे प्रश्न (पृष्ठ संख्या 91)

प्रश्न 1 एक सिपाही ने उसका काम तमाम कर दिया।

उत्तर- युद्ध में मराठा सैनिकों ने अपनी दुश्मन सेना कई सैनिकों का काम तमाम कर दिया।

प्रश्न 2 आदिवासियों की हिम्मत जवाब देने लगी।

उत्तर- जीवन में कड़े संघर्ष करने के बाद भी सफलता न मिलने पर अब मेरी हिम्मत जवाब देने लगी है।

प्रश्न 3 अंग्रजों ने अपने दांतों तले उँगली दबा ली।

उत्तर- आदिवासियों की वीरता देखकर अंग्रेजों ने अपने दातों तले उँगली दबा ली।

प्रश्न 4 किसी को कानो-कान खबर न हो।

उत्तर- ऐसा काम करो कि किसी को कानों कान भी खबर न हो।

प्रश्न 5 अंग्रेज सरकार के छक्के छूट गए।

उत्तर- हॉकी के मैच में भारत ने पाकिस्तान की टीम के छक्के छुड़ा दिए।

प्रश्न 6 अंग्रेजों के होश उड़ गए।

उत्तर- जंगल में शेर को सामने देखकर पुनीत के होश उड़ गए।

प्रश्न 7 भारतीय सैनिकों का बालबाँका न होने पाए।

उत्तर- इस तरह से युद्ध करो कि अपने सनिकों का बाल बॉका न होने पाए।

वचन बदलो प्रश्न (पृष्ठ संख्या 92)

प्रश्न 1

a.   सिपाही ने राजू पर गोली चलाई।

b.   उगी हुई फसल को जलाया जाने लगा|

c.   आदिवासी की हिम्मत जवाब दे गई।

d.   आगे से यह सवाल मत पूछना।

उत्तर-

a.   सिपाहियों ने।

b.   फसलों।

c.   आदिवासियों।

d.   सवालों।

समझकर रूप बदलो प्रश्न (पृष्ठ संख्या 92)

प्रश्न 1 भाववाचक संज्ञा से विशेषण बनाओ।

घमंड

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हिम्मत

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साहस

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स्वार्थ

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अत्याचार

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विद्रोह

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उत्तर-

घमंड

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घमंडी

हिम्मत

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हिम्मती

साहस

-

साहसी

स्वार्थ

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स्वार्थी

अत्याचार

-

साहसी

विद्रोह

-

विद्रोही

 

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